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Day 1 – 30 Day Bible Study Plan in Hindi | Psalm 1:1-3 Meaning

📖 Day 1 – 30 Day Bible Study Plan in Hindi

स्वागत है! यह हमारा 30-Day Bible Study Plan in Hindi का पहला दिन है। आज हम पढ़ेंगे भजन संहिता 1:1-3 और देखेंगे कि यह हमारे जीवन में कैसे बदलाव ला सकता है।

🙏 आज का बाइबल वचन (Psalm 1:1-3)

"धन्य है वह मनुष्य जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और पापियों के मार्ग में नहीं खड़ा होता, और ठट्ठा करने वालों की मण्डली में नहीं बैठता। परन्तु वह यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता है, और उसकी व्यवस्था पर दिन और रात ध्यान करता है। वह उस वृक्ष के समान है, जो नदियों के पास लगाया गया है, जो अपने समय पर फल देता है, और जिसके पत्ते मुर्झाते नहीं; जो कुछ वह करता है, उसमें सफल होता है।"

📌 इस वचन का अर्थ

भजन संहिता 1 हमें दो जीवन-मार्ग दिखाती है – एक जो परमेश्वर के अनुसार है और दूसरा जो पाप में डूबा है। जो व्यक्ति परमेश्वर की व्यवस्था पर ध्यान करता है, उसका जीवन एक ऐसे वृक्ष के समान होता है जो जल के स्रोत के पास लगा हो।

  • धर्मी व्यक्ति – बुराई से दूर रहता है और प्रभु की शिक्षा में आनंद पाता है।
  • अधर्मी व्यक्ति – पापियों की राह पकड़ता है और अंत में नाश का भागी बनता है।
  • फलदायी जीवन – परमेश्वर पर ध्यान देने से जीवन स्थिर, सफल और आशीषित होता है।

✨ हमारे जीवन में अनुप्रयोग

  1. आज से तय करें कि हम गलत संगति से दूर रहेंगे।
  2. हर दिन कम से कम 10 मिनट बाइबल पढ़ेंगे और मनन करेंगे।
  3. हम अपने बच्चों/परिवार के साथ यह वचन साझा करेंगे।

🧎‍♂️ प्रार्थना

"हे प्रभु, मुझे ऐसी शक्ति दे कि मैं पाप के मार्ग से दूर रहूँ और तेरी वाणी पर मनन कर सकूँ। मुझे ऐसा जीवन दे जो फलदायी हो और दूसरों के लिए आशीष बने। आमीन।"

🌱 उदाहरण (Real-life Application)

मान लीजिए आप ऑफिस या कॉलेज में हैं और वहाँ आपके दोस्त गलत रास्ते पर चल रहे हैं – नशा, झूठ या आलस। यह वचन हमें सिखाता है कि ऐसी संगति से दूर रहना ही बुद्धिमानी है। यदि हम परमेश्वर की ओर ध्यान देंगे, तो हमारे निर्णय और जीवन दोनों आशीषित होंगे।

🔗 आगे की Study (Internal Link)

👉 क्या आप तैयार हैं अगले स्टेप के लिए? Day 2 Bible Study Plan पढ़ें (Isaiah 40:31)

❓ FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1: Psalm 1:1-3 का मुख्य संदेश क्या है?

मुख्य संदेश यह है कि जो व्यक्ति परमेश्वर की व्यवस्था पर ध्यान करता है उसका जीवन स्थिर और फलदायी होता है।

Q2: बाइबल पढ़ना रोज़ क्यों ज़रूरी है?

रोज़ाना बाइबल पढ़ने से हमारा मन पवित्र होता है, निर्णय सही होते हैं और जीवन आशीषित बनता है।

Q3: क्या मैं रोज़ केवल 1 आयत पढ़कर Bible Study कर सकता हूँ?

हाँ, लेकिन बेहतर होगा कि आप पूरी context समझें। धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ।

📌 निष्कर्ष (Conclusion)

Day 1 Bible Study हमें याद दिलाती है कि हमें गलत मार्ग से दूर रहकर परमेश्वर की वाणी पर ध्यान करना चाहिए। यही हमारे जीवन को स्थिर और सफल बनाएगा। कल हम Day 2 (Isaiah 40:31) पर ध्यान करेंगे।